तीरंदाजी खिलाड़ी सुरेखा ने प्रोटोकॉल डिप्टी डायरेक्टर पदभार होने से पूर्व मंगलगिरी नरसिंहस्वामी मन्दिर पहुंची

तीरंदाजी खिलाड़ी सुरेखा ने प्रोटोकॉल डिप्टी डायरेक्टर पदभार होने से पूर्व मंगलगिरी नरसिंहस्वामी मन्दिर पहुंची

Archery player Surekha reached Mangalgiri Narasimhaswamy Temple

Archery player Surekha reached Mangalgiri Narasimhaswamy Temple

( अर्थप्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )

मंगलगिरी : Archery player Surekha reached Mangalgiri Narasimhaswamy Temple: ( आंध्र प्रदेश ) देश के अष्टाधस वैष्णव मंदिरों में राज्य का प्रमुख मंदिर में आज  प्रसिद्ध तीरंदाज पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित वेणम ज्योति सुरेखा ने शुक्रवार सुबह मंगलगिरी में श्री पनकला लक्ष्मी नरसिंह स्वामी के देवस्थानम का दौरा किया। श्री लक्ष्मीनरसिंहस्वामी मन्दिर में श्री राज्यलक्ष्मी माता की विशेष पूजा करवाया।

केएल विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा ज्योति सुरेखा का गृहनगर तेनाली के निकट चेरुकुपल्ली मंडल नादिमपल्ली है। माता-पिता श्री दुर्गा और सुरेंद्र कुमार। बच्ची ज्योति सुरेखा भविष्य के लिए विजयवाड़ा में बस गई है। तैराकी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली ज्योति सुरेखा ने चार साल की उम्र में लिंका बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया। इसके बाद तीरंदाजी पर ध्यान केंद्रित करते हुए 13 साल की उम्र में ज्योति सुरेखा ने पहली बार अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी चमक बिखेरी। तब से ज्योति सुरेखा ने विश्व स्तरीय प्रतियोगिताओं में कई पुरस्कार जीते हैं। तीरंदाजी खिलाड़ी के रूप में प्रसिद्ध ज्योति सुरेखा ने मंगलगिरी निर्वाचन क्षेत्र में केएल विश्वविद्यालय से पढ़ाई की और कई प्रतियोगिताओं में भाग लेकर प्रसिद्ध हुईं।  खेल जगत खासकर तीरंदाजी में सर्वोच्च स्थान पर पहुंची ज्योति सुरेखा को पिछली सरकार ने डिप्टी कलेक्टर के समकक्ष ग्रुप वन की पोस्टिंग दी थी। इस बीच उन्होंने शुक्रवार को विजयवाड़ा में राज्य प्रोटोकॉल विभाग के उप निदेशक का पदभार ग्रहण किया। इससे पहले उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने इष्ट देवता मंगलगिरी श्री पनकला लक्ष्मीनरसिंहस्वामी के देवस्थानम जाकर दर्शन किए।